इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा पीपल्याहाना क्षेत्र में निर्मित इंटरनेशनल स्तर के स्विमिंग पूल का अभी उद्घाटन नहीं हुआ है। इसके निर्माण में जो तकनीकी खामियां हैं, उसे समय रहते दूर नहीं किया गया तो शहर को मिलने वाली यह सौगात मौत का कुआं भी बन सकती है।
प्राधिकरण द्वारा निर्मित यह पूल अंतरराष्ट्रीय मानक स्तर पर नौ फीट गहरा बनाया गया है, ताकि ऐसी सभी स्पर्धाएं यहां कराई जा सकें, लेकिन पूरे साल तो इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन होना नहीं है, जाहिर है बाकी समय में शहर के तैराकों के साथ ही इस क्षेत्र के बच्चे भी तैराकी सीखने आएंगे। नेहरू पार्क और महू नाका स्थित तरण पुष्कर में तैराकी सीखने वालों के लिए प्रारंभ में चार फीट जितनी गहराई रहती है। यहां सीखने के बाद ही पांच और नौ फीट गहराई में स्विमिंग की जा सकती है, लेकिन इस स्विमिंग पूल में एक छोर से दूसरे छोर तक गहराई एक समान 9 फीट रखी गई है। इतनी अधिक गहराई की वजह से नौसिखिए तैराक को पैर टिकाने के लिए नीचे जमीन नहीं मिल पाएगी। गहराई अधिक होने की वजह से समय रहते सेफ्टी नहीं मिल पाएगी। ओपन पूल का बाउंड्रीवॉल इतनी छोटी है कि बाहर से कोई भी व्यक्ति अंदर छलांग लगा सकता है। प्राधिकरण ने इस स्विमिंग पूल को दो लाख रु. साल लीज पर देने का निर्णय किया है। इसकी शर्तों में पानी की पूर्ति, 15 लाइफ गार्ड, 10 सुरक्षा गार्ड आदि की जिम्मेदारी भी संबंधित पार्टी की ही रहेगी।