2014 में नगर निगम की सीमा बढ़ने और वार्डों का परिसीमन होने के 9 साल बाद भी सीमा विवाद नहीं सुलझ सके हैं। शहर के 20 वार्डों में सीमा विवाद के कारण जनता परेशान है। निगम के पास विस्तृत नक्शे नहीं होने से भी गफलत है। कोलार की शिल्पी कॉलोनी वार्ड 82 और वार्ड 83 की सीमा पर है। बीडीए मिसरोद फेज-2 का कुछ हिस्सा और सागर लाइफ स्टाइल सहित आसपास की कुछ कॉलोनियां 2021 तक वार्ड 52 में थीं और अब वह वार्ड 83 में आ गई हैं। कई रहवासियों को इसकी जानकारी नहीं है। वार्ड 52 जोन नंबर 13 में है और वार्ड 83 जोन नंबर 18 में है, इसलिए इन कॉलोनियों के रहवासियों को साफ-सफाई व अन्य शिकायतों के निवारण में परेशानी आती है। कोलार में दानिश कुंज एरिया की शिल्पी कॉलोनी करीब 15 साल पुरानी है। सोसायटी और जमीन जैसे विवादों के कारण पहले इस सोसायटी में बिल्डिंग परमिशन नहीं मिल रही थी। दिसंबर-2016 तक की अवैध कॉलोनियों को वैध करने का नियम आने पर यहां बिल्डिंग परमिशन मिलना शुरू हुई। जब रहवासियों ने प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए संपर्क किया तो किसी का टैक्स वार्ड 82 में और किसी का वार्ड 83 में जमा हुआ। कोलार, होशंगाबाद रोड, बाग सेवनिया, कटारा, कोटरा सुल्तानाबाद, भदभदा रोड, शिवाजी नगर, शाहपुरा इलाकों में ज्यादा गफलत हो रही है।
मिसरोद फेज-2 पहले वार्ड 52 में था, दो हिस्सों में बंटा
बीडीए द्वारा विकसित मिसरोद फेज-2 पहले वार्ड 52 में था, अब दो हिस्सों में बंट गया है। सेक्टर ए और बी वार्ड 52 यानि जोन 13 में हैं और शेष सेक्टर वार्ड 83 यानि जोन 18 में हैं। इसी तरह सागर लाइफ स्टाइल और आसपास की कॉलोनियां भी वार्ड 52 से 83 में आ गईं। नगर निगम ने संपत्तिकर के खातों की फाइल ट्रांसफर कर ली, लेकिन रहवासियों को जानकारी नहीं मिली।