एथलीट दुती चंद ने राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के लगाये चार साल के प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने का फैसला किया है। दुती पर ये प्रतिबंध नाडा की प्रतिबंधित पदार्थ की डोप जांच में विफल के बाद लगाया गया था। नाडा की रिपोर्ट के अनुसार इस एथलीट के पिछले साल दिसंबर में लिए गए दो नमूनों में ‘अन्य एनाबोलिक एजेंट एसएआरएमएस’ मौजूद थे, ये वाडा की 2023 प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में शामिल हैं। ये नमूने पांच और 26 दिसंबर को लिए गए थे और दोनों ही एक समान पदार्थ के पॉजिटिव पाए गए थे।गौरतलब है ‘एसएआरएमएस’ (सलेक्टिव एंड्रोजन रिसेप्टर मोड्यूलेटर) ऐसे ‘नॉन स्टेराइड’ पदार्थ हैं, जिन्हें आम तौर पर आस्टियोपोरोसिस (हड्डी संबंधित बीमारी), एनीमिया (खून की कमी) और मरीजों में जख्मों से उबरने के लिए किया जाता है।
दुती पर लगा प्रतिबंध इस साल 3 जनवरी से प्रभावी रहेगा और 5 दिसंबर 2022 को लिए गए पहले नमूने की इस तारीख से उनके सभी प्रतिस्पर्धी परिणामों को अलग कर दिया जाएगा। वहीं प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने वाले दुती के वकील पार्थ गोस्वामी ने कहा कि यह खिलाड़ी अपने पूरे पेशेवर कॅरियर में हमेंशा ही डोपिंग से दूर रही है और यह मामला इस पदार्थ के ‘अनजाने में सेवन’ करने का था। गोस्वामी ने कहा, ‘यह मामला स्पष्ट तौर पर अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का है। हम इस पदार्थ का स्रोत भी स्पष्ट रूप से जान गये हैं। इस पदार्थ का इस्तेमाल कभी भी खेल में फायदा उठाने के लिए नहीं किया गया था। हम अपील दायर करने की प्रक्रिया में हैं और हमें उम्मीद है कि हम अपीलीय पैनल को यह बात समझाने में सफल रहेंगे।’ दुती के वकील ने नाडा के डोपिंग रोधी अनुशासनात्म पैनल से यह भी कहा कि खिलाड़ी ‘हाइपरएंड्रोजनिक’ से पीड़ित थी, जिसके कारण उनके ‘पेट में काफी तेज दर्द’ था जिसके लिए उन्होंने दवा ली थी। उसी दौरान प्रतिबंध प्रदार्थ दवा के जरिये उनके शरीर में आ गया।