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अदाणी ग्रीन का FY25 तक टॉप 10 ESG बेंचमार्क वाली इलेक्ट्रिसिटी कंपनियों में आने का लक्ष्य

नई दिल्‍ली: 

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Limited) ने वित्त वर्ष 2025 तक, बिजली उत्पादन-वितरण से जुड़ी दुनिया की टॉप 10 ESG (Environment, Social, Governance) बेंचमार्क वाली कंपनियों में शामिल होने का लक्ष्य रखा है. अदाणी ग्रीन ने एक प्रेजेंटेशन में कहा, ‘हम पहले ही इस दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं, इसके तहत ‘सिंगल-यूज प्लास्टिक’ के उपयोग को हम 2022 में ही पूरी तरह खत्म कर चुके हैं. कंपनी का प्लान है कि 2025 तक सभी प्लांट में 100% वॉटर न्यूट्रल कैपेसिटी विकसित की जाए.’

FY23 तक कंपनी, बारिश के पानी को इकट्ठा करने की कुल 1,93,389 क्यूबिक मीटर प्रति साल की क्षमता विकसित कर चुकी है. बता दें कि कंपनी का सालाना फ्रेशवॉटर कंजंपशन 1,72,291 क्यूबिक मीटर है. वित्त वर्ष 2025 तक अदाणी ग्रीन का लक्ष्य, कचरे को लैंडफिल में डिस्पोज न करने की ऑपरेटिंग कैपिसिटी को 100% तक पहुंचाने का है. कंपनी इस दौरान जैव विविधता के क्षेत्र में जीरो नेट लॉस वाली कंपनी बनने की कोशिश भी करेगी.

बीक्‍यू प्राइम की खबर के मुताबिक, पर्यावरण के क्षेत्र में मुख्य तौर पर, रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन के जरिए ग्रिड का डिकार्बनाइजेशन कर कार्बन फुटप्रिंट को घटाने जैसे तरीकों के साथ नई और ज्यादा बेहतर रिन्युएबल तकनीकों को सहायता देने पर ध्यान केंद्रित होगा. प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और जैव विविधता प्रबंधन (जैसे फ्रेशवॉटर के उपयोग को कम करना), कचरा प्रबंधन और सर्कुलर इकोनॉमी पर भी बराबर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

अदाणी ग्रीन FY23 तक कुल 36.70 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड के निष्पादन को कम कर चुकी है. जबकि FY16 में ये आंकड़ा महज 0.14 मिलियन टन ही था. सिर्फ FY23 में 13.50 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड का कम निष्पादन किया गया. जबकि FY22 में ये आंकड़ा 8.60 मिलियन टन था.

FY24 और FY26 में नए ESG टार्गेट्स तय किए जाएंगे
अपने लक्ष्यों को पाने के लिए कंपनी ने सभी जगहों पर TCFD (Task Force On Climate Related Financial Disclosures) फ्रेमवर्क के तहत FY24 में मौसम परिवर्तन का जोखिम मूल्यांकन करने का फैसला किया है. मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी AEGL लेवल पर इंटरनल कार्बन प्राइसिंग लाएगी और FY25 तक TNFD (Task Force On Nature Related Financial Disclosures) फ्रेमवर्क के तहत सभी काम की जगहों पर प्रकृति से संबंधित आकलन किए जाएंगे. अदाणी ग्रीन के मुताबिक, कंपनी FY26 तक सभी ऑपरेशनल लोकेशंस के लिए वॉटर पॉजिटिव स्टेटस हासिल करेगी. साथ ही FY26 तक ESG आकलन पूरा कर लिया जाएगा. वहीं सभी अहम मैन्यूफैक्चरिंग सप्लायर्स को ग्रीन हाउस गैस सप्लायर्स एंगेजमेंट प्रोग्राम से जोड़ा जाएगा, जो वैल्यू चैन के डिकॉर्बनाइजेशन के लिए चलाया जाने वाला कार्यक्रम है.

तक रिन्युएबल एनर्जी की क्षमता 45 GW करने का लक्ष्य
2030 तक कंपनी का 45,000 MW की रिन्युएबल एनर्जी कैपेसिटी विकसित करने का लक्ष्य है. फिलहाल अदाणी ग्रीन के पास कुल 20,434 MW का पोर्टफोलियो है, जिसमें 8,200 MW की उत्पादन कैपेसिटी मौजूद है, जबकि 12,200 MW की कैपेसिटी, निर्माणाधीन या निर्माण के बेहद करीब है. कंपनी ने कहा कि अदाणी ग्रीन के NTPC और SECI (Solar Energy Corporation Of India) जैसी सॉवरेन कंपनियों के साथ 86% पावर पर्चेज एग्रीमेंट हैं. 97% पोर्टफोलियो लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रेक्ट हैं, जिनमें 25 साल का फिक्स टैरिफ है. प्रोजेक्ट के लिए एवरेज पोर्टफोलियो टैरिफ 2.97 रुपये प्रति यूनिट है.

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