दुनिया में जैसे-जैसे एआई की भूमिका बड़ी हो रही है, वैसे-वैसे इसके खतरे भी सामने आ रहे हैं और विशेषज्ञों ने इन पर खुलकर बात करना शुरू कर दिया है। ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के गॉडफादर’ के रूप में मशहूर ज्योफ्री हिंटन ने पिछले हफ्ते गूगल से इस्तीफा दे दिया। इसकी पुष्टि उन्होंने खुद की है। हिंटन ने एआई के खतरों के बारे में बात करने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी जिसे विकसित करने में उन्होंने भी मदद की थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए एक बयान में हिंटन ने गूगल से अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें ‘अब अपने काम पर पछतावा है’। हिंटन ने ट्वीट किया कि उन्होंने गूगल में अपनी नौकरी छोड़ दी है ताकि वह एआई के जोखिमों के बारे में खुलकर बात कर सकें। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘मैंने नौकरी इसलिए छोड़ी ताकि मैं एआई के खतरों के बारे में बात कर सकूं और इसका असर गूगल पर भी न पड़े। गूगल ने बहुत जिम्मेदारी से काम लिया है। हाल ही में बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, मैं अब इस बारे में खुलकर बोल सकता हूं कि मुझे क्या खतरे नजर आ रहे हैं और उनमें से कुछ काफी डरावने हैं।
उन्होंने कहा, अभी, जहां तक मैं कह सकता हूं, वे हमसे ज्यादा बुद्धिमान नहीं हैं। लेकिन मुझे लगता है कि वे जल्द ही हो सकते हैं। हिंटन ने एक दशक से अधिक समय तक गूगल के लिए काम किया और इस क्षेत्र में सबसे सम्मानित आवाजों में से एक थे। 2012 में टोरंटो में दो ग्रेजुएट छात्रों के साथ काम करते हुए उन्हें एआई में प्रमुख सफलता मिली थी।