गोवंश का अवैध परिवहन करने वाले वाहन मालिकों पर शिकंजा कसने के लिए शिवराजसिंह चौहान सरकार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। अब अवैध परिवहन करने वाले वाहनों को राजसात किया जाएगा। अभी तक वाहन भी जमानत पर छूट जाते थे। भोपाल में आयोजित मध्यप्रदेश गोरक्षा संकल्प सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गोवंश का अवैध रूप से परिवहन करने वालों के खिलाफ अब सरकार और भी सख्त रुख अपनाने जा रही है। अभी तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें 7 साल की सजा दी जाती थी, लेकिन अवैध रूप से गोवंश का परिवहन करने वाले वाहन छूट जाते थे। अब सरकार ऐसे वाहनों को राजसात करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए नया एक्ट बनाया जा रहा है। इस एक्ट के बनने के बाद अवैध रूप से गोवंश का परिवहन पूरी तरीके से प्रतिबंधित हो जाएगा।
गोरक्षा के लिए सम्मेलन में दिलाया संकल्प
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि यदि कोई वैध रूप से गाय को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना चाहता है, तो उसे किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी, लेकिन यदि कोई गोवंश को काटने के लिए अवैध रूप से परिवहन करता है, तो उसके खिलाफ सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करने जा रही है। इस मौके पर पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, गोसेवा आयोग के अध्यक्ष स्वामी अखिलेशानंद, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र जामदार भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गोवंश की रक्षा के लिए सम्मेलन में संकल्प भी दिलाया।
गाय, गरीब और किसान था उमा भारती का नारा
मध्यप्रदेश में जब 2003 में दिग्विजय सिंह की सरकार थी, उस समय प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उमा भारती ने दिग्विजय सिंह सरकार के खिलाफ गाय, गरीब और किसान का नारा दिया था। इसी नारे के बल पर मध्यप्रदेश में 10 साल बाद 2003 के अंत में बीजेपी की सरकार बनी थी। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018 में भी कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के हर गांव में गोशाला खोलने का अपने मेनिफेस्टो में वादा किया था। इस बार भी कांग्रेस गोशाला को लेकर बड़ा वादा वचन पत्र में कर सकती है।