दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने सरकारी आवास के डेकोरेशन पर खर्च किए 45 करोड़ रुपए के मामले में भाजपा और कांग्रेस के निशाने पर हैं। ‘आॅपरेशन शीश महल’ के तहत सरकारी आवास पर किए गए खर्च में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
इंटीरियर डेकोरेशन जिसमें वुडन फ्लोर, वुडन डोर आदि पर 11 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च हुए हैं। एक-एक टॉयलेट पर एक-एक लाख रुपए खर्च हुए हैं। केजरीवाल के सरकारी आवास में 15 बॉथरूम हैं। दो टॉयलेट में ऐसे स्मार्ट कमोड सीट लगाया गया है, जो रिमोट से चलता है। एक की कीमत 4 लाख 27 हजार 272 रुपए है। इस बात का खुलासा हुआ कि केजरीवाल के सरकारी बंगले को चमकाने पर 45 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। आवास में 8-8 लाख रुपए का एक पर्दा लगाया गया है, साथ ही केजरीवाल के सरकारी आवास पर जो मार्बल लगा है, उसको वियतनाम से मंगाया गया था।
बिजली के सामान पर 2 करोड़ 58 लाख रुपए खर्च हुए हैं। किचन और अप्लायंस पर 1 करोड़ 10 लाख रुपए खर्च हुए हैं। हॉट वाटर जनरेटर के लिए 25 लाख रुपए खर्च हुए हैं। सुपीरियर कंसल्टेंसी यानि सिर्फ बताने के लिए 1 करोड़ रुपए। एक लाख का मंदिर। वियतनाम के मार्बल से इस मंदिर को बनाया गया है।
फाइनेंसियल रूल्स के हिसाब से 10 करोड़ से ऊपर की रकम के संभावित खर्च की फाइल सीनियर अफसरों के पास जाती है, ओपन टेंडर होता। केजरीवाल के सरकारी बंगले के सुंदरीकरण पर 44 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च हुए हैं। सीएम आवास में 8-8 लाख रुपए का एक पर्दा लगाया गया है। पर्दों पर कुल एक करोड़ रुपए खर्च हुए। जो मार्बल लगा है, उसको वियतनाम से मंगाया गया था। इस डियोर पर्ल मार्बल की कीमत एक करोड़ 15 लाख रुपए है।